Thursday, June 7, 2012

बिना बोरियत अबूझमाड़ का एक क्षण

यहाँ कीचड़ से सनी गलियाँ नहीं, खंडहर होती झोपड़ियाँ नहीं, सुंदर साफ-सुथरी झोपड़ियाँ, विशाल पेड़ों से घिरा गाँव, खेतों में मेड़ नहीं, चहारदीवारी से घिरे खेत, अबूझमाड़ के गाँवों में जाना मेरे लिए अद्भुत अनुभव था। यहाँ की सबसे अद्भुत विशेषता है स्पेस, घर बड़े, आंगन बड़े और साफ सुथरे। लोग भी ऐसे ही, केवल चुपचाप किसी जगह बैठकर भी पूरा दिन इत्मीनान से बिना एक क्षण बोर हुए भी काट सकते हैं इसका अनुभव मुझे इसी जगह हुआ, एक शहरी आदमी के लिए यह अनुभव बेहद अद्भुत हो सकता है जिंदगी को जानने के लिए अबूझमाड़ भी आइए।

4 comments:

  1. अद्भुत लगता है ये गाँव.

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  2. समृद्ध करते हैं ऐसे अनुभव!

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  3. sourabh. tumne bahut achchhi baat likhi hai. vastav me shahri log fijool kee bahut see cheezon ke aadi ho gaye hain. unke babair jeene ke bare me soch nahi pate. apni ek kavita main tumhe bhejoonga. uske bhaav jara sa isse milte julte hain.

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    1. धन्यवाद भैया जरूर भेजिये।

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आपने इतने धैर्यपूर्वक इसे पढ़ा, इसके लिए आपका हृदय से आभार। जो कुछ लिखा, उसमें आपका मार्गदर्शन सदैव से अपेक्षित रहेगा और अपने लेखन के प्रति मेरे संशय को कुछ कम कर पाएगा। हृदय से धन्यवाद